राग जौनपुरी
और इससे जुड़े हिन्दी फिल्मों के गीतों
पर आधारित ऑडियो कार्यक्रम
इसके आरोह में गंधार स्वर नहीं लगताI
अवरोह सम्पूर्ण है, इसलिये इसकी जाति षाडव-सम्पूर्ण मानी जाती है।
इस राग का वादीस्वर धैवत तथा संवादी स्वर गंधार है।
इस राग का साधारण स्वरूप असावरी राग के समान है।
इसमें गंधार, धैवत और निषाद कोमल लगते हैं।
गाने का समय : दिन का दूसरा प्रहर है।
आरोह : स रे म प z ड सं।
अवरोह : स ड z प म ज्ञ रे स।
रेडियोप्लेबैक इंडिया पर पूर्व प्रसारित लिंक
http://radioplaybackindia.blogspot.in/2012/11/raag-jaunpuri-and-music-instrument-been.html
कार्यक्रम में शामिल गीत
झलक
पल पल है भारी - स्वदेस
दिल में है तू - सत्यमेव जयते
दिल का सकीना - दर्द
दर्द भरा - बारादरी
जायें तो जायें कहां - टैक्सी डाइवर
चितनंदन आगे नाचूंगी - दो कलियां
दिल छेड़ कोई ऐसा नगमा - इंस्पेक्टर
तेरे खयालों मे - मेरी सूरत तेरी आंखें
यूं ही दिल ने चाहा था - दिल ही तो है
छम छम घुंघरू - काजल
लाजवाब प्रस्तुति...
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