पिछले कुछ दिनों से सीजी गीत संगी ब्लॉग में छत्तीसगढ़ की पुरानी फिल्म ‘घर द्वार’ के गीत व फिल्म संबंधी जानकारी दी जा रही है! साथ ही राहुल सिंह जी ने अपने ब्लॉग सिंहावलोकन के एक अंक में छत्तीसगढ़ी फिल्मों की जानकारी उपलब्ध कराई है जिसमें उन्होंने ये भी कहा '' फिल्मिस्तान की 'नदिया के पार' के आरंभिक दृश्यों में मल्लाहों के, किशोर साहू लिखित संवाद में छत्तीसगढ़ी पुट है।'' आज के मेरे इस ब्लॉग में सुनिये इस फिल्म का वो नगमा जिसमें छत्तीसगढ़ी धुन की झलक सुनाई देती है। साथ ही जानकारी किशोर साहू के संदर्भ में।
'नदिया के पार' फिल्म बनाने वाले किशोर साहू को हम हिन्दी फिल्मों में पहुँचे पहले छत्तीसगढ़ से जुड़े व्यक्तित्व के रूप में भी जानते हैं। अभिनेता, लेखक, निर्देशक एवं प्रोड्यूसर किषोर साहू का जन्म दुर्ग में 22 नवंबर 1915 को हुआ था। ये रायगढ़ के चीफ मिनिस्टर के सुपुत्र थे ऐसी जानकारियां भी उपलब्ध हैं। कुछ स्थानों पर इनके जन्म का स्थान रायगढ लिखा हुआ प्राप्त हो रहा है। इन्होंने 1937 में नागपुर वि.वि. से अंग्रेजी साहित्य में डिग्री प्राप्त की थी। अनेक लघु कहानियां रचने के बाद इन्होंने अभिनेता के रूप में बॉम्बे टॉकीज़ की फिल्म ‘जीवन प्रभात’ में देविका रानी के साथ 1937 से अपनी पारी शुरू की थी। हिन्दी फिल्म उद्योग के शुरूवाती दौर के लेखक, सामान्य बजट की सामाजिक फिल्मों के निर्देशक जिनमें प्रायः उनकी स्वयं की स्क्रिप्ट भी होती थी। 1954 में उन्होंने क्लासिक यूरोपियन स्रोत से जुड़ी फिल्म हैमलेट फिल्म का निर्माण किया था। फिल्मों में प्रोडक्शन का कार्य उन्होंने 1940 से आरंभ किया था। 40 के दशक के अंत में वे फिल्मिस्तान से जुड़े। 1944 में फिल्म ‘इंसान’ और 1977 में ‘अनुपमा’ फिल्में उनकी ही कलम की देन रही हैं।1967 में फिल्म ‘औरत’और 1968 में फिल्म ‘तीन बहूरानियां’ के संवाद किशोर साहू ने लिखे थे। खलनायक चरित्र के रूप में देवानंद की अनेक फिल्मों में दिखाई भी दिये है जिनमें 1958 में आई फिल्म ‘कालापानी’, 1965 की फिल्म ‘गाइड’, 1971 की फिल्म ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ आदि शामिल हैं। 22 अगस्त 1980 को 64 वर्ष की आयु में इनका देहांत बैंकाक, थाईलैंड में हुआ। 1937 से 1980 के बीच किशोर साहू हिन्दी फिल्मों लगातार सक्रिय रहे। इस दौरान 22 फिल्मों में वे नज़र आए।
वकील बाबू -1982, हरे राम हरे कृष्णा -1971,
जुआरी -1971, पुष्पांजलि -1970, गाइड -1965, पूनम की रात -1965,
काला बाज़ार -1960, लव इन शिमला-1960, कालापानी -1958,
हैमलेट -1954 मयूरपंख -1954, हमारी दुनिया -1952,
सपना -1952, जलाजला -1952, बुझदिल-1951, काली घटा -1951
जुआरी -1971, पुष्पांजलि -1970, गाइड -1965, पूनम की रात -1965,
काला बाज़ार -1960, लव इन शिमला-1960, कालापानी -1958,
हैमलेट -1954 मयूरपंख -1954, हमारी दुनिया -1952,
सपना -1952, जलाजला -1952, बुझदिल-1951, काली घटा -1951
नमूना -1949, सावन आया रे -1949, सिंदूर -1947, इंसान -1944,
राजा -1943, जीवन प्रभात -1937
राजा -1943, जीवन प्रभात -1937
धुंए की लकीरें -1974, पुष्पांजलि -1970, हरे काँच की चूडियां -1967,
पूनम की रात -1965, घर बसाके देखो - 1963, ग़हस्थी -1963,
दिल अपना और प्रीत पराई-1960, बड़े सरकार -1957,
पूनम की रात -1965, घर बसाके देखो - 1963, ग़हस्थी -1963,
दिल अपना और प्रीत पराई-1960, बड़े सरकार -1957,
क़िस्मत का खेल -1956, हैमलेट -1954, मयूरपंख -1954,
हमारी दुनिया - 1952, काली घटा -1951, सावन आया रे - 1949,
सावनभादो -1949, नादिया के पार - 1948, साजन -1947, सिंदूर -1947,
हमारी दुनिया - 1952, काली घटा -1951, सावन आया रे - 1949,
सावनभादो -1949, नादिया के पार - 1948, साजन -1947, सिंदूर -1947,
वीर कुणाल -1945, शरारत -1944, राजा -1943, कुंवारा बाप -1942
तीन बहूरानियां-1968, लेखक
औरत -1967द्, संवाद
हरे काँच की चूडियां -1967, संवाद, पटकथा, कहानी
दिल अपनाऔरप्रीत पराई -1960, लेखक
मयूरपंख -1954, पटकथा
निर्माता के रूप में किशोर साहू-
हरे काँच की चूडियां, मयूरपंख और पुष्पांजलि
और अब बात करते हैं 1948 की फिल्म नदियो के पार की जिसमें दिलीप कुमार ओर कामिनी कौशल ने अभिनय किया था गीत श्री मोती के थे और संगीतकार थे सी;रामचंद्र। इस फिल्म के मल्हारों वाले इस गीत में छत्तीसगढी का कुछ पुट है ऐसा माना जाता रहा है।
thanks for giving knowledge. ou r doing great jo. i hope you can success byyour labories work.
ReplyDeleteबहुत खूब,
ReplyDeleteबढ़िया जानकारी दी है आपने ...
किशोर साहू जी के संबंध में पहली बार इतनी विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई है, संज्ञा जी, इस आलेख के लिए मैं आपको हृदय से धन्यवाद देता हूं.
ReplyDeleteआपकी लगन, मेहनत व प्रदेश की परम्परा और संस्कृति के प्रति प्रेम को मेरा प्रणाम.
बहुत उम्दा जानकारी ,धन्यवाद
ReplyDeleteकिशोर साहू जी के बारे में जो जानने की जिज्ञासा थी उसे राहुल भैया की पोस्ट पर रखा था. आज आपने समाधान कर दिया इतनी जानकारी देकर.
ReplyDeleteशुक्रिया
adhik jankari ke liye dekhen
ReplyDeletehttp://www.imdb.com/name/nm0756393/
kripya sudhare kishor ji ka janm durg men nahin raigarh men hua tha.
ReplyDeleteहमारे अनाम साथी के कहने पर हमने पाया सचमुच कुछ स्थानों पर किशोर साहू का जन्म रायगढ दिया गया है और कुछ स्थानों पर दुर्ग। हमने उनके कहने पर ये जानकारी ब्लॉग में जोड दी गई है। धन्यवाद अनाम साथी।
ReplyDeleteकिशोर साहू संभवतः राजनांदगांव से संबंधित थे न कि रायगढ़ से, इस संबंध में विस्तार से जानकारी श्री रमेश अनुपम, फोन नं. 9425202505 तथा श्री शिवानंद कामड़े, जिन्होंने हाल में शायद एक किताब भी लिखी है, से फोन नं. 9907408228 से प्राप्त की जा सकती है.
ReplyDeleteकिशोर साहू की पुत्री, बताया जाता है, नैना साहू थीं, इस संबंध में भी जानकारी जुटायी जानी चाहिए.
ReplyDelete1953 की फिल्म 'नदिया के पार' को आपने क्यों 1948 की कहा है, स्पष्टीकरण आवश्यक है.
ReplyDeleterahul bhai maine sari jankari net se hi prapt ki thi...ab shivanand ji se zaroor baat karoongi. wikipedia per kishor sahu ki filmography me naiya ke paar film ka year 1948 diya gaya hai, you tube me nadiya ke paar 1948 likhne per isi film ke geet uplabdh hain aur google me kishor sahu type karne per milne wale results me bhi film ke details me 1948 hi darshaya ja raha hai.
ReplyDeletehttp://en.wikipedia.org/wiki/Kishore_Sahu
http://www.google.co.in/url?sa=t&source=web&cd=1&sqi=2&ved=0CBgQFjAA&url=http%3A%2F%2Fwww.wildscreen.tv%2Fc%2F187093%2FNadiya-Ke-Paar-1948-&ei=WdT1TO_gBoH3rQeohv3lBg&usg=AFQjCNFlvfRBKzy4k-2-WKkjjSWocvEZbw&sig2=tb1ekX3OTxucN9N9DtpLfg
nadiya ke paar songs 1948 youtube
आज ही गाईड फिल्म देखने के बाद फिल्म की समीक्षा पढ़ रहा था उसमें किशोर साहू जी का जिक्र आया और उनके बारे में अधिक जानने की जिज्ञासा में ये लेख पढ़ा....बहुत अच्छा लगा.....वैसे उनके बारे में जयप्रकाश चौकसे भी अपनी समीक्षा में कई बार जिक्र कर चुके हैं.....गौरवान्वित हूं....
ReplyDeleteधन्यवाद रघुवेंद्र जी
DeleteHi Friends We proud of Sir Kishor Sahu (Actor, Director, Prouducer, Writer)from Bollywood They have gave many more famous movie in Hindi Cinema so we're proud to be a chhattisgariha men.
ReplyDeletePlz Don't Ignorance of our Kishore Sahu Ji
By - Jeetendriyam Dewangan & Tula Ram Sahu
Hi Friends We proud of Sir Kishor Sahu (Actor, Director, Prouducer, Writer)from Bollywood They have gave many more famous movie in Hindi Cinema so we're proud to be a chhattisgariha men.
ReplyDeletePlz Don't Ignorance of our Kishore Sahu Ji
By - Jeetendriyam Dewangan & Tula Ram Sahu
Chhattisgarh Ke Aise Saksh Hai Jo Bollywood Me Lagatar Kai Movie Diye Aise Mahan Saksh Ko Hame Bhulna Nahi Chahiye Aur Sahu Samaj Ko Inke Jayanti Par Koi Bada Programme Rkhna Chahiye Thanks - Jeetendriyam D. (Music Composer) Chhollywood
ReplyDeleteसंज्ञा जी, स्व. किशोर साहू जी के जन्म की तारीख आपने २२ नवम्बर दी है। नेट में भी कई जगह यही जानकारी मिल रही है, यहां राजनांदगांव में २२ अक्टूबर उनका जन्मदिन मानकर राज्य सरकार आयोजन कर रही है। सही कौन सा है, समझ नहीं आ रहा
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