Tuesday, March 26, 2013
Wednesday, March 6, 2013
इन्सान हैं हम-आवाज आत्मसम्मान की
24 फरवरी 2013 को बिलासपुर के पं. देवकीनंदन दीक्षित सभागृह
में आयोजित एक अनूठी संगीत संध्या की रेडियो रिपोर्ट....
में आयोजित एक अनूठी संगीत संध्या की रेडियो रिपोर्ट....
अहमदाबाद के आई.आई;एम. के छात्र रहे ....चारूल और विनय......
लोकनाद संस्था के संस्थापक ....चारूल और विनय......
संगीत से बदलाव के प्रवर्तक, गीतकार व गायक ....चारूल और विनय......
गांवों में जाकर महीनों वहां रूकते हैं, वहां की समस्याओं के बीच जीते हैं, शोध करते हैं, आंकड़े एकत्र करते हैं, अपने अंदर उमड़ रही भावनाओं के गीत गढ़ते हैं, उन गीतों में संगीत भरते हैं और देश के अन्य हिस्सों में जाकर संगीत से समाज में बदलाव लाने का प्रयास करते हैं....हमने भी इस प्रकार की शांति, मानवता और इंसानियत के लिये आयोजित एक अनूठी सांगीतिक संध्या में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और महसूस किया इस आत्मसम्मान की आवाज को....इन्सान हैं हम.....नमन है विनय और चारूल के इस प्रयास को.....
http://www.indiamusicinfo.com/news/2006/jan/27/jan27_news4.html
http://www.youtube.com/watch?v=k4tUucyYGrE
http://nchro.org/index.php?option=com_content&id=491:loknaad-spreading-awareness-through-music&Itemid=20
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