लता मंगेशकर, एक आवाज...;भारत की आवाज.....जिस आवाज को हम सब बचपन से लगातार सुनते आ रहे हैं....शायद ही कोई दिन गुजरता हो जब हमारे कानों को ये आवाज छूकर ना जाती हो.....आज ये आवाज 83 बरस की हो गई है....करते हैं इस आवाज को हम नमन.......
आलेख व स्वर-
सुनील चिपडे.
आलेख व स्वर-
सुनील चिपडे.
भारत रत्न लता मंगेशकर (जन्म 28 सितंबर, 1929 इंदौर), . भारत की सबसे लोकप्रिय और आदरणीय गायिका हैं जिनका छ: दशकों का कार्यकाल उपलब्धियों से भरा पड़ा है। हालांकि लता जी ने लगभग तीस से ज्यादा भाषाओं में फ़िल्मी और गैर-फ़िल्मी गाने गाये हैं लेकिन उनकी पहचान भारतीय सिनेमा में एक पार्श्वगायक के रूप में रही है। लता की जादुई आवाज़ के भारतीय उपमहाद्वीप के साथ-साथ पूरी दुनिया में दीवाने हैं। टाईम पत्रिका ने उन्हें भारतीय पार्श्वगायन की अपरिहार्य और एकछत्र साम्राज्ञी स्वीकार किया है।
पुरस्कार
- फिल्म फेर पुरस्कार (1958, 1962, 1965, 1969, 1993 and 1994)
- राष्ट्रीय पुरस्कार (1972, 1975 and 1990)
- महाराष्ट्र सरकार पुरस्कार (1966 and 1967)
- 1969 - पद्म भूषण
- 1974 - दुनिया मे सबसे अधिक गीत गाने का गिनीज़ बुक रिकॉर्ड
- 1989 - दादा साहब फाल्के पुरस्कार
- 1993 - फिल्म फेर का लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार
- 1996 - स्क्रीन का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
- 1997 - राजीव गान्धी पुरस्कार
- 1999 - एन.टी.आर. पुरस्कार
- 1999 - पद्म विभूषण
- 1999 - ज़ी सिने का का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
- 2000 - आई. आई. ए. एफ. का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
- 2001 - स्टारडस्ट का लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार
- 2001 - भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान "भारत रत्न"
- 2001 - नूरजहाँ पुरस्कार
- 2001 - महाराष्ट्र भुषण
- पिता दिनानाथ मंगेशकर शास्त्रीय गायक थे.
- उन्होने अपना पहला गाना मराठी फिल्म 'किती हसाल' (कितना हसोगे?) (1942) में गाया था.
- लता मंगेशकर को सबसे बडा ब्रेक फिल्म महल से मिला. उनका गाया "आयेगा आने वाला" सुपर डुपर हिट था.
- लता मंगेशकर अब तक 20 से अधिक भाषाओं मे 30000 से अधिक गाने गा चुकी हैं.
- लता मंगेशकर ने 1980 के बाद से फ़िल्मो मे गाना कम कर दिया और स्टेज शो पर अधिक ध्यान देने लगी.
- लता ही एकमात्र ऐसी जीवित व्यक्ति हैं जिनके नाम से पुरस्कार दिए जाते हैं.
- लता मंगेशकर ने आनंद गान बैनर तले फ़िल्मो का निर्माण भी किया है और संगीत भी दिया है.
- वे हमेशा नंगे पाँव गाना गाती हैं.