Friday, September 12, 2014

raag gaara : information and bollywood songs based on raag gara

राग गारा  पर एक संगीतमय चर्चा :  

आलेख- कृष्‍णमोहन मि‍श्र

प्रस्‍तुति‍- संज्ञा टंडन

 


Raga  राग   गारा
Thaat  थाट   खमाज
Samay  Late Evening

Swaras Used  Both Shuddha and Komal Gandhar, Shuddha and Komal Nishad. All other notes are Shuddha.
     
               




 रेडि‍योप्‍लेबैक इंडि‍या पर पूर्व प्रसारि‍त लिंक
http://radioplaybackindia.blogspot.in/2012/12/blog-post_5.html

राग गारा से जुड़े  कार्यक्रम में शामि‍ल गीत झलक 
ऐसे तो ना देखो - तीन देवि‍यां
दीवाना कहकर आज मुझे- मुलज़ि‍म
  हमसफर साथ अपना - आखि‍र दांव
जीवन में पि‍या तेरा - गूंज उठी शहनाई
कभी खुद पे कभी हालात पे रोना - हम दोनों
 मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो - मुग़ले आज़म 
  तेरे मेरे सपने अब एक रंग हैं - गाइड 
 उनके ख़याल आए तो आते चले गए- लाल पत्‍थर

                              

Tuesday, September 9, 2014

raag jaunpuri : information and bollywood songs based on raag jaunpuri


राग जौनपुरी 

और इससे जुड़े हि‍न्‍दी फि‍ल्‍मों के गीतों 

पर आधारि‍त ऑडि‍यो कार्यक्रम


यह राग आसावरी थाट से उत्पन्न होता है। 
इसके आरोह में गंधार स्वर नहीं लगताI 
अवरोह सम्पूर्ण है, इसलिये इसकी जाति षाडव-सम्पूर्ण मानी जाती है
इस राग का वादीस्वर धैवत तथा संवादी स्वर गंधार है। 
इस राग का साधारण स्वरूप असावरी राग के समान है। 
इसमें गंधार, धैवत और निषाद कोमल लगते हैं।
गाने का समय :      दिन का दूसरा प्रहर है।
आरोह :                 स रे म प z ड सं।
अवरोह :                स ड z प म ज्ञ रे स।

                    



           रेडि‍योप्‍लेबैक इंडि‍या पर पूर्व प्रसारि‍त लिंक
 http://radioplaybackindia.blogspot.in/2012/11/raag-jaunpuri-and-music-instrument-been.html

कार्यक्रम में शामि‍ल गीत झलक
पल पल है भारी - स्‍वदेस
दि‍ल में है तू - सत्‍यमेव जयते
दि‍ल का सकीना - दर्द
दर्द भरा - बारादरी
जायें तो जायें कहां - टैक्‍सी डाइवर
चि‍तनंदन आगे नाचूंगी - दो कलि‍यां
दि‍ल छेड़ कोई ऐसा नगमा - इंस्‍पेक्‍टर
तेरे खयालों मे - मेरी सूरत तेरी आंखें
यूं ही दि‍ल ने चाहा था - दि‍ल ही तो है
छम छम घुंघरू - काजल 

Friday, September 5, 2014

राग जैजैवन्ती


सुर, सप्तक और राग जैजैवन्ती  

                                                    आलेख - कृष्णमोहन मिश्र                                                    प्रस्‍तुति‍ -संज्ञा टंडन 


                    



                               
रेडि‍योप्‍ल्‍ोबैक इंडि‍या पर पूर्व प्रसारि‍त लिंक 
http://radioplaybackindia.blogspot.in/2012/12/blog-post_19.html


कार्यक्रम में शामि‍ल गीत -

देख कबीरा रोया  -  बैरन हो गई रैन

मोहब्‍बत की राहों में उडन खटोला

जिंदगी आज मेरे नाम से शरमाती है

मन मोहना - सीमा

सूनी सूनी - लाल पत्‍थर
आप आए तो खयाले-गुमराह
ढल चुकी  शामे गम - कोहि‍नूर
बदले बदले मेरे सरकार - चौदहवीं का चांद
इसके अलावा राग जैजैजवन्‍ती के अन्‍य गीतों की जानकारी