Tuesday, December 14, 2010

एक उद्घोषक की नज़र से श्रोता सम्मेलन

विगत 12 दिसंबर को 981 किलोहर्ट्ज़ पर आकाशवाणी का रायपुर केन्द्र और 103.2 मेगाहर्टज़ पर आकाशवाणी का बिलासपुर केन्द्र एकत्र हुआ दोनों शहरों के मध्य स्थित सिमगा में। अवसर था छ.ग.रेडियो श्रोता संघ का सम्मेलन। तकरीबन 250 श्रोताओं का जमावाड़ा था यहाँ पर जो म.प्र. व छ.ग के विभिन्न क्षेत्रों से यहाँ उपस्थित हुआ था। रायपुर, बिलासपुर भाटापारा, बिल्हा, तिल्दा, दुर्ग, कवर्धा बलौदाबाजार, सरगांव के अलावा रतलाम, कटनी, रीवा, शहडोल, कोरबा, अंबिकापुर, भटगाँव जैसे स्थानों के श्रोताओं का प्रतिनिधित्व रहा इस सम्मेलन में।



मीडिया का कोई भी क्षेत्र हो जब तक लेखक या प्रस्तुतकर्ता को पाठक, श्रोता या दर्शक उपलब्ध न हों तब तक मीडिया का वह क्षेत्र पूर्ण नहीं माना जा सकता। प्रशंसकों और आलाचकों के बगैर प्रस्तुति अधूरी रह जाती है। रेडियो....एक पुराना माध्यम जिससे श्रोता बरसों से लगातार जुड़े रहे हैं। आज के युग में ये माना जाता है कि अब ये माध्यम पिछड़ने सा लगा है, लेकिन श्रोताओं का जोश, उत्साह और अपने प्रस्तोताओं के प्रति समर्पण का भाव यूं तो केन्द्रों में आने वाले पत्रों के माध्यम से दीखता है, फोन काल्स पर उनके भाव अभिव्यक्त होते हैं लेकिन श्रोता सम्मेलन में उनसे रूबरू मिलना, उनके भावों को पढ़ना, उन्हें समझ पाना हम ब्राडकास्टर्स के लिये भी एक ऐसी अनुभूति होता है जिसको बयां कर पाना असंभव सा है।
 
रायपुर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अशोक बजाज के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ ये श्रोता सम्मेलन। जो खुद एक वरिष्ठ रेडियो श्रोता व प्रशंसक भी हैं। वरिष्ठ श्रोताओं में बचकामल, धरमदास वाधवानी, उद्धव श्याम केसरी, डा,प्रदीप जैन, आर.एस.कामड़े, संतोष देवांगन, परसराम साहू, ईश्वर चंद साहू आदि के आपसी सामंजस्य ने विभिन्न श्रोता संघों को जोड़कर इस तरह के आयोजन करवाने पुनः आरंभ किये है। जिसमें झावेन्द्र धु्रव, संतोष वैष्णव, नसीब मोहम्मद, हीरामणि वर्मा और अनेक युवा श्रोता अपनी पूरी शक्ति और ऊर्जा के साथ जुड़े हुए हैं। इस अवसर पर वरिष्ठ श्रोताओं और उद्घोषकों का सम्मान हुआ, डीएक्स-अंजलि नामक एक पत्रिका का विमोचन किया गया जिसमें रेडियो की विभिन्न जानकारियों के साथ ही देश भर के रेडियो केन्द्रों से जुड़े लोगों के साक्षात्कार, कार्यक्रम व श्रोताओं की जानकारियां भी शामिल हैं। श्रोताओं का रेडियो से जुड़ाव व लगाव, जोश और जुनून इसमें साफ नज़र आता है। सरगुजा क्षेत्र के 17 युवा श्रोता साथियों की उपस्थिति ये अहसास करा गई कि रेडियो आज भी जन जन में बसा हुआ है।

सिमगा में आयोजित इस रेडियो सम्मेलन में आकाशवाणी रायपुर के कार्यक्रम अधिशासी डा,समीर शुक्ला, उद्घोषक दीपक हटवार, श्याम वर्मा और अनिल सालोमन एवं बिलासपुर आकाशवाणी के वरिष्ठ उद्घोषक हरीशचंद्र वाद्यकार के साथ आकस्मिक उद्घोषक सुनील चिपड़े व संज्ञा टंडन का सम्मान किया गया।
           एक उदघोषक की हैसियत से हम तो यही कहेंगे कि हमारे श्रोता हैं तो हम हैं।

7 comments:

  1. सुंदर रिपोर्टिंग
    चित्रों में न सही,लेकिन श्रोता के रुप मे तो हम मौजुद है।

    आभार

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  2. वाद्यकार जी, चिपड़े जी व आपको सम्मान के लिए बधाई।

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  3. श्रोता सम्मेलन की बधाई !

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  4. Why not such type of reports sent to the newspapers. M nor t dead sure whether it has been published in print media but i feel that the readers are also interested in radio journalism.

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  5. O.K Kishore bhai i will send u such type of reports for newspapers. Other papers published this news.

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